हाइकुकार
सूर्यदेव पाठक "पराग"
हाइकु
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माता की साँस
शिशु की धड़कन
पाती जीवन ।
फूलों की गंध
कंटकों की चुभन
यही जीवन ।
चाँद सलोना
रजनी मुख पर
लगा डिठौना ।
खिली चमेली
खुशबू अलबेली
नई नवेली ।
धरती पर
ममता सदा रोती
माँ जो न होती ।
नन्हाँ सा शिशु
माँ का दिया संस्कार
घुट्टी में पाता ।
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□ सूर्यदेव पाठक "पराग"
मढौरा, जिला- सारण (बिहार)
पिन - 841418
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