हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका)

卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ हाइकु मञ्जूषा (समसामयिक हाइकु संचयनिका) संचालक : प्रदीप कुमार दाश "दीपक" ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐 ~•~ 卐

गुरुवार, 18 जून 2020

~ हाइकु कवयित्री कविता कौशिक जी के हाइकु ~

हाइकु कवयित्री 

कविता कौशिक 

हाइकु

1) 
बीजारोपण
उगेगा  वृक्ष  रूप
देगा जीवन ।
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2) 
फूँक दी जान
न आयी  बूँदें फिर
उदास  मन ।
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3) 
धरा  संभालो
लहरायेंगे ये  पेड़ 
झूमेगा मन ।
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4) 
धधकी ज्वाला
आग झुलसा रही 
प्यासी है धरा ।
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5)
महका मन
मिल गया  चमन
सौंधी सुगंध ।
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06) 
संत कबीर 
झाँके अंतरमन 
खोजे बुराई ।
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07) 
रक्षक मेरा
सेना देश की शान
दूजा किसान ।
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08) 
मुट्ठी  में  रेत 
झूठी आशाएँ साथ
व्यर्थ आभास ।
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□ कविता कौशिक
नागपुर (महाराष्ट्र) पिन - 440018

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