विज्ञा गोस्वामी
हाइकु
1)
मेरा डगर
तुम साथ अगर
पूरा सफर ।
--0--
2)
कर श्रृंगार
देखा तुझे ही मैंने
नयन द्वार ।
--0--
3)
पाखी की बात
अधूरी सी ये रात
जख्मी जज्बात ।
--0--
4)
धानी चुनर
धरा करे श्रृंगार
भरे उजास ।
--0--
5)
भोर की बेला
पंछी चहचहाए
मन मुस्काए ।
--0--
6)
प्रीत की रीत
अविरल बहता
निर्झर नीर ।
--00--
~ विज्ञा गोस्वामी 'विगु'
शिक्षिका
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला तानाखार
संपर्क सूत्र- वार्ड क्र. 06, राजीव नगर,
कटघोरा, जिला- कोरबा (छत्तीसगढ़)
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